एक किताब तुम्हारी आँखों में
जब जब पलक झपकते हो कुछ पृष्ठ पलट जाते हैं
अपनी कहानी कहने को तुम्हारे होंठ थरथराते हैं
तुम अपने मन की यादों में रहने चले जाते हो
कोई वो किताब पढ़ ले इसलिए खुला छोड़ देते हो
अपनी आँखों मे यादों के पन्ने
No comments:
Post a Comment